जब से तुम बिछड़े हो यारा, तेरी याद में हम तन्हाँ तन्हाँ से जी रहे हैं।
शराबी तो नहीं थे, मगर तेरी हर एक याद संग एक एक जाम पी रहे हैं।
तुझे याद रखना मेरे इश्क़ की सजा है।
तू क्या रूठेगा मुझसे, किस्मत ही ख़फ़ा है।
शराब तो एक बहाना है ज़माने के लिए,
मुझे तो हर वक़्त तेरी यादों का नशा है।
क्या गम ऐ रंज ज़िंदगी से मित्वा , जब दिल का दर्द सी रहे है।
शराबी तो नहीं थे ……………
तेरा आना और आके चले जाना, किस्सा बन गया।
आँखों के मोती बिखरे, अश्क जीवन का हिस्सा बन गया।
रकीब था रकीब रहा, हबीब तू ना बना,
वो कभी ना भुलाया गया, जो संग तेरे मेरा किस्सा बन गया।
सब ख़ाख़ हुआ मेरा, बस एक अधूरी दास्ताँ के निशां ही रहे हैं।
शराबी तो नहीं थे ……………
Ever since you are separated, man, we are living alone in your memory.
He was not an alcoholic, but with every memory of you, he is drinking every single drink.