ये तेरा पलकें झुकना, फिर तेरा झुकी पलको से शर्माना। क़यामत ढाता है तेरा चुन्नी लहराके वो होले से मुस्कुराना।
भोली सूरत, तुझे और खूबसूरत बना दे लिबास की सादगी। खुदा को भी दीवाना बना रही , ये तेरे मृग से नैनो की बंदगी।
तेरा मुस्कुराना लगे गुलशन की कलियों पर छाया यौवन का खुमार है। नागीन सा बलखाना, ये जुल्फे लहराना और आँखों में नशा बेसुमार है।
तेरे हुस्न की तारीफ में, जितना कह दू कम होगा। इतना ही कहुगा, तुझे पाने का नशा हरदम होगा।
गुलाब की पंखुड़ी से खिले होंठ, गालों की सुर्ख लाली। मुझे दीवाना कर गई, ये तेरी नागिन सी चाल मतवाली।
क्या खूब तरसा है तुझे, लगे आसमां से कोई परी उत्तरी है। कत्ल-ए-आम कर रही, तीखे तीखे नैनो बिच बिंदिया सजी है।
बिन शृंगार के ही तू यार, खूबसूरती का खजाना है। तेरी खूबसूरती पर लिखा हर शायर ने अफसाना है।
आँखों के काजल, होठों की लाली ने जो तुझको निखारा है। संगेमरमर से बदन पर सादगी ने बड़ा खूब तुझे सवारा है।