प्यार में मिले दर्द से आह निकली और आह के अल्फ़ाज़ हुए, और वो अल्फ़ाज़ लिखे ज़िंदगी के कोरे पन्ने पर तो love sad shayari बनी।
मुस्कान रही ना अश्क़ बचे, सब हार गये एक इश्क़ की चाहत में। ना इश्क़ मुकमल हुआ मेरा, ना वफ़ा मिली यार की फितरत में।
कभी मेरे नाम से सुबह होती थी, मेरे नाम के साथ शाम ढलती थी, आज ना मैं किसी के होठों की हंसी, ना नाम मेरा किसी इबादत में।
There was no smile or tears left, all lost in the desire of love. Neither love was complete than mine, nor did I get wafa in the nature of a friend.
Sometimes there used to be morning in my name, evening used to fall with my name, Today neither I laugh at anyone's lips, nor my name in any worship.
वो कहते हैं अब ना हंसने देंगे तुम्हे, के तुम मेरे रक़ीब हो। जरा फर्क ना पड़ता तेरे आंसुओ से, के तुम ना मेरे करीब हो।
जब हया ही ना हो आँखों में तो किसी का दिल क्या पिघलेगा, मोहब्बत से ताल्लुक ना हो तो सवाल अमीर और गरीब हो।
When there is no light in the eyes, what will melt someone's heart? If love is not related then the question should be rich and poor.
Quotes - They say that now They say that now I will not let you laugh, that you are my Rakib. There is no difference with your tears, that you are not close to me.