Hindi Poems on Love, Loves Poem in Hindi. प्रेम कविता-तुम्हारी शिकायत - Hindi Shayari Web

मुझमें जो इतना गुरुर है तेरी मोहब्बत है। तुझे पाने के बाद, ना दूजी कोई हसरत है।

अगर कोई तमन्ना रही तो वो तेरे मुस्कुराने की। उदासी को खुद में समेट, तेरे आंसू चुराने की।

भूले से भी कोई गम की परछाई तुझ तक ना आये, जिद मेरी तुझे हर बला से बचाने की।

आँखों से तेरा ना ओझल होना चाहत है। मुझमें जो इतना गुरुर है तेरी मोहब्बत है।

जी चाहे वक़्त अब यही थम जाये। मेरा हाथ तेरे हाथो में यू ही रह जाये।

कभी छूटे ना अपना साथ, तेरी मुस्कान की तरहा हर पल मुस्काये।

तेरी ये मुस्कान सारे जहां से खूबसूरत है। मुझमें जो इतना गुरुर है तेरी मोहब्बत है।

मेरी जिंदगी तुझसे, तुझे सांसों में बसा के रखू। छूट भी जाये सांसे, तुझे रूह में बसा के रखू।

नजर ना लगे किसी की मेरे यार तुझे, दिल में यार तुझे मैं कहीं छूपा के रखू।

तुझसे ज्यादा कौन, तू मन मंदिर की मूरत है। मुझमें जो इतना गुरुर है तेरी मोहब्बत है।