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Selfish Love Sad Shayari – तेरा बेवफा होना
तेरा बेवफा होना जग जानता है, मगर तुझ बिन जीना मुमकिन नहीं।
तू है तो धुप में भी रंगत, बिन तेरे जाने क्यों कोई शाम रंगीन नहीं।
The world knows your being unfaithful, but it is not possible to live without you.
If you are there, even in the sun, why is no evening colorful without you knowing?
Selfish Love Sad Shayari – प्यार तेरा खुदगर्ज था,
प्यार तेरा खुदगर्ज था, फिर मैं तेरी बेवफाई से वास्ता क्यों रखू।
रुस्वाई से झलकेंगे आंसू, मगर इन आँखों से रास्ता क्यों रखू।
Your love was your own pride, then why should I care about your infidelity.
Tears will be visible from the tears, but why should I keep a way out of these eyes.
Selfish Love Sad Shayari – आँखों को आंसू
आँखों को आंसू दिल को दर्द दिया है इश्क़ ने, अब ना फिर इश्क़ कर पाएंगे।
मुस्कुराते चेहरों के पीछे थी खुदगर्जी, अब ना मुझे इनमे हमदर्द नजर आएंगे।
Tears to the eyes have given pain to the heart, now I will not be able to love again.
Behind the smiling faces was selfishness, now I will not see sympathizers in them.
Selfish Love Sad Shayari – कहने को तो मासूम हैं
कहने को तो मासूम हैं मगर ये दिल के जज्बातों से खेलते हैं।
फिर ना एतबार करू, बिन छुरी के अरमानो का गला रेतते हैं।
They are innocent to say but they play with the feelings of the heart.
Then don’t worry, without a knife, they slit the throats of desires.
Selfish Love Sad Shayari – ज़िंदा था दिल
ज़िंदा था दिल कभी इश्क़ के सुरूर में,
रुला के अश्क ना बहने दे, इल्म था मेरे हुज़ूर में।
चाह कर भी बदल ना सके इरादा उस यार का,
हमारी वफ़ा की तोहीन थी उसके हर कुसूर में।
The heart was alive once in the beginning of love,
Don’t let the tears of tears flow, I had knowledge in my presence.
The intention of that friend could not be changed even after wanting,
The gift of our loyalty was in every fault of his.
Selfish Love Sad Shayari – कहने को तो जान थे,
कहने को तो जान थे, प्यार की सौगात मिल ना सकी,
मेरी वफ़ा भी उनके मिज़ाज़ बदल ना सकी।
वो दर्द देते रहे, मोहब्बत जान के हम सहते रहे,
फिसली ज़िंदगी रेत सी इस कदर, के फिर सम्भल ना सकी।
Had to say, I could not get the gift of love,
Even my kindness could not change his mood.
He kept on giving pain, we kept on suffering because of love,
Life slipped like sand, that it could not be sustained again.
Selfish Love Sad Shayari – इश्क़ का फैसला,
इश्क़ का फैसला, उसका और मेरा था,
कोना कोना चमका, जहा अँधेरा था।
वक़्त ने ऐसी ली करवट,
यादो में उसकी परछाई का धुंधला चेहरा था।
The decision of love was his and mine,
Every corner shone where it was dark.
Time took such a turn,
His shadow had a hazy face in memory.
Selfish Love Sad Shayari – जब खुदगर्ज़ हो जाये
जब खुदगर्ज़ हो जाये यार, तो उससे उम्मीद क्या रखनी।
फरेब उसके खून में है, हर मोड़ पर दिल किया छलनी।
When he becomes selfish man, what to expect from him?
Fraud is in his blood, heart is sieved at every turn.
Selfish Love Sad Shayari – मोहब्बत के बदले वफ़ा की चाह
मोहब्बत के बदले वफ़ा की चाह थी, मगर यार मेरे को वफ़ा ना राश आई।
ज़िंदगी जीई उसके हिसाब से, फिर भी यार ने तोहमत मेरे इश्क़ पर लगाई।
I wanted wafa instead of love, but man, I didn’t get wafa.
Lived life according to him, yet the man put his love on my love.